Scholarship Program 2024 – Malad
- दिनांक 16 जून 2024
- कोळी समाज हॉल, मालाड (प.)
शिष्यवृत्ती प्रदान समारोह
समर्पण सेवा चॅरिटेबल ट्रस्ट का शिष्यवृत्ती प्रदान समारोह रविवार दिनांक 16 जून 2024 को मालाड के कोळी समाज हॉल मे संपन्न हुआ. समर्पण सेवा चॅरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा ‘स्व. प्रभाकर मार्तंड लट्टू शिष्यवृत्ती योजना’ के अंतर्गत इस कार्यक्रम मे दिव्यांग विद्यार्थी एवं दिव्यांग व्यक्ती के बच्चो को स्कॉलरशिप का वितरण किया गया .130 विद्यार्थीयो को शिष्यवृत्ती प्रदान की गई.
इस कार्यक्रम मे प्रमुख अतिथी मा. श्री देवकीनंदन जिंदल, मा. श्री विनोद शेलार, मा. श्रीमती वैशाली बाबू ,श्री जानकीराम न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री जयंत दांडेकर, सेक्रेटरी श्री अनंत कुडू, श्री प्रमोद हरलालका, श्री राजेंद्र पेडणेकर, श्री श्रीकांत भालेकर, जस्ट डायल फाउंडेशन के बिजल घेडीया व अन्य मान्यवर उपस्थित थे.
सर्वप्रथम घराडी स्थित स्नेह ज्योती अंध विद्यालय के दिव्यांग बाल कलाकारो द्वारा मराठी हिंदी गाने का कार्यक्रम सादर हुआ. दृष्टी बाधित श्री राजेंद्र गयाप्रसाद सिंग जी को “जीवन गौरव पुरस्कार” देकर सन्मानित किया गया. शाल, श्रीफळ, जीवनगौरव सन्मानपत्र, जीवन गौरव सन्मान चिन्ह एवं सन्मान राशी देकर श्री राजेंद्र सिंग जी का मान्यवर प्रमुख अतिथी के करकमलो द्वारा सन्मान किया गया. सन्मानपत्र का वाचन श्री हरीश जालान जी ने किया. श्री राजेंद्र सिंग बचपन से दृष्टि बाधित होने के बाद भी उन्होने अत्यंत कष्टमय जीवन जी कर , बेटी देवांगी को बी. एस. सी. , एन.आय.टी , एम .सी. ए. तक पढाया एवं घर मे अच्छे संस्कार भी दिये. श्री राजेन्द्र सिंग जी ने अपने मनोगत मे समाज के लिए कार्य करते रहना चाहिये ऐसे भावना व्यक्त कर उन्होने स्वयं रचित कविता उपस्थित लोगो को सुनाई. समर्पण सेवा चॅरिटेबल ट्रस्ट का उन्होने जीवन गौरव सन्मान देने के लिये आभार व्यक्त किया. कुमारी देवांगी ने मनोगत मे अपने माता पिता को नमन किया. समर्पण सेवा चॅरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारीयों को इस कार्य के लिये नमन किया . उपस्थित दिव्यांग लोगो को नमन करते हुए कहा की आप अपने पाल्य को जरूर पढाये.
श्रीमती स्मिता राजेंद्र सिंग जी ने भी अपनी भावना व्यक्त की. मालाड के मतिमंद बच्चो की स्कूल श्रीमती वासरीबेन डागरा नवनिर्माण स्कूल के विद्यार्थी यो को मान्यवर अतिथीयो के द्वारा शिष्यवृत्ती दी गयी तथा खार के मतिमंद बच्चो की स्कूल लिटिल एंजल स्कूल के विद्यार्थीयो को स्कॉलरशिप प्रमुख अतिथी के हस्ते प्रदान की गयी जिसमे दोनो स्कूल के पदाधिकारी इस कार्यक्रम मे उपस्थित थे.
75% से अधिक गुण प्राप्त करने वाले 12 मेरिट के विद्यार्थीयो को मान्यवर प्रमुख अतिथी के द्वारा शिष्यवृत्ती प्रदान की गयी. संबोधन मे प्रमुख अतिथी मा. श्री देवकीनंदन जींदल जीने समर्पण सेवा चॅरिटेबल ट्रस्ट के कार्य की सराहना व्यक्त कर उनके ट्रस्ट के द्वारा 11 विद्यार्थीयो की स्कॉलरशिप हर साल देने का जाहीर किया.
श्री विनोद शेलारजी ने अपने वक्तव्य मे कहा की ” मै यहा पर ऊर्जा प्राप्त करने के लिए आया हुं. आपके जीवन को देखकर मुझे यहा आगे आने वाले साल के लिए ऊर्जा मिलती है ,प्रेरणा मिलती है. मैने मेरे माताजी के स्मरणार्थ यहा पर पैतीस बच्चो को स्कॉलरशिप की रक्कम रुपये एक लाख दी है. अगले साल मे इसे बढा कर देढ लाख रुपये करता हुं.” श्रीमती वैशाली बाबु जी ने अपने संबोधन मे कहा की ” मुझे यहा पर आपके कार्य को देखकर प्रेरणा मिली है .मै अनेक संस्थां ओ से जुडी हुं लेकिन इस संस्था का कार्य देखकर मुझे बहुत ही अच्छा लगा है. मै इस कार्य से बहुत ही प्रभावीत हुं.”
श्री जानकी राम न्यास के अध्यक्ष श्री जयंत दांडेकर जी ने ट्रस्ट के कार्य का गौरवपूर्ण उल्लेख किया और ट्रस्ट के आगे आने वाले प्रोजेक्ट के लिये श्री जानकीराम न्यास की और से सभी प्रकार की सहायता की जायेगी ऐसा आश्वासन दिया.
श्री जानकीराम न्यास के सेक्रेटरी श्री अनंत कुडु जी ने अपने वक्तव्य मे समर्पण सेवा चॅरिटेबल ट्रस्ट के दिव्यांग जन के इस संवेदनशील कार्य के प्रती सराहना व्यक्त की और भविष्य मे होने वाले कार्य के लिए मदत करने का आश्वासन दिया. समर्पण सेवा चॅरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री रमेश सावंत जी ने अपने संबोधन मे कहा की देश आगे बढ रहा है. दिव्यांग लोगो ने भी अपना योगदान देने की आवश्यकता है. आज जो विद्यार्थी स्कॉलरशिप ले रहे है वे बडे होकर अपने कमाई से इसी प्रकार के विद्यार्थी को मदत करे यह भाव विद्यार्थीओ मे हो ऐसी अपेक्षा व्यक्त की.
उपस्थित सभी विद्यार्थीयो को दानदाताओ के हस्ते स्कॉलरशिप का वितरण किया गया. श्री राजेश पाटील जीने उपस्थित मान्यवर प्रमुख अतिथीयो का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन श्री किशोर लट्टू जी ने किया. इस कार्यक्रम मे समाज के गणमान्य व्यक्ती उपस्थित थे. कार्यक्रम को यशस्वी करने के लिये सभी ट्रस्टी एवं कार्यकर्ताओ ने अपना अपना योगदान दिया.